राम नाम सहज है...

 ऐसे करे श्रीराम की पूजा-अर्चना

व्रत के एक दिन पूर्व अष्टमी को इंद्रिय-संयम का पालन करते हुए ऊषावेला में उठना चाहिए. शांतचित्त से नित्यकर्म की समाप्ति के बाद ध्यान करना और विद्वान ब्राह्मण को पूजा के लिए आचार्य के रूप में आमंत्रित करना चाहिए. आचार्य से रामकथा का श्रवण करते हुए रात्रि में भूमि पर शयन करें.

 
 
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